विश्व ओजोन दिवस, 16 सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

विश्व ओजोन दिवस

आज 16 सितम्बर के दिन पुरे विश्व में ओज़ोन दिवस मनाया जा रहा है। आखिर ओजोन दिवस मनाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? इसलिए कि लोगों को इस बात के प्रति जागरूक किया जाये कि जीवन के लिए ऑक्सीजन से ज्यादा जरुरी ओजोन है। ओजोन परत के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ ही इसे बचाने तथा इस समस्या के समाधान की ओर ध्यान एकत्रित करने के उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा इस दिवस को मनाने की घोषणा की गई थी।19 दिसंबर, 1994 को 16 सितंबर को ओजोन परत के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस घोषित किया गया। पहली बार विश्व ओजोन दिवस 16 सितंबर 1995 को मनाया गया था। 

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

ओजोन परत क्या है ?

समय-समय पर हम सभी ओजोन परत को लेकर बातें सुनते रहते होंगे कि इसे सुरक्षित रखना है, ओजोन परत पिघल रही है आदि। धरती का पर्यावरण कुछ परतों से मिलकर बना है जहां सबसे निचली परत को क्षोभ मंडल कहा जाता है। यह पृथ्वी की सतह से 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। लगभग सभी मानव गतिविधियां इसी क्षोभ मंडल में होती हैं। दूसरी परत को समताप मंडल कहा जाता है। जो आगे 10 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है। अधिकांश हवाई जहाज समताप मंडल में ही उड़ते हैं।

ओजोन परत इसी समताप मंडल का एक हिस्सा है,जो धरती की सतह से 15 से 40 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैली हुई है। ओजोन परत सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों को धरती पर आने से रोकती है। पराबैगनी किरणों का पृथ्वी पर रहने वाले जीव-जंतु और वनस्पतियों पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इससे त्वचा का कैंसर, आंख की बीमारी और समुद्री जीवन के नुकसान का खतरा पैदा हो सकता है।

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

पराबैंगनी किरणें क्या होती हैं?

पराबैंगनी किरणें रेडिएशन का एक रूप है जो सूर्य से निकलती है। वैसे तो पराबैगनी किरणों से हमें विटामिन डी मिलता है लेकिन इसके कुछ हानिकारक प्रभाव भी हैं जो हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।

पराबैंगनी किरणों को wavelength के आधार पर तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है:

Ultraviolet A (UVA) – इसकी वेवलेंथ 315-399 nm होती है.

Ultraviolet B (UVB) – इसकी वेवलेंथ 280-314 nm होती है.

Ultraviolet C (UVC) – इसकी वेवलेंथ 100-279 nm होती है।

लगभग सभी UVC और UVB रेडिएशन को ओजोन लेयर द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है, इसलिए धरती पर आने वाली सभी पराबैंगनी किरणें UVA होती है. UVA और UVB दोनों ही स्वास्थ्य पर बुरा असर डालती हैं लेकिन UVA रेडिएशन UVB की तुलना में कमजोर होती हैं. UVC रेडिएशन सबसे ज्यादा घातक होती हैं जिसे पृथ्वी की ओजोन लेयर द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है और ये धरती पर नहीं पहुंच पाती.

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

UVB किरणें पृथ्वी पर रहने वाले जीवों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती हैं जिससे जीन में बदलाव, त्वचा का कैंसर और मोतियाबिंद जैसी बीमारियां उत्पन्न होती हैं और पौधों की वृद्धि में रुकावट और पत्तियों को नुकसान पहुंचता है. ओजोन लेयर सूर्य से आने वाली उच्च आवृत्ति की पराबैंगनी किरणों की 93 से 99 % मात्रा अवशोषित कर लेती है जो पृथ्वी पर जीवन के लिए हानिकारक है।

ओजोन छिद्र क्या है, और इसका क्या कारण है?

ओजोन छिद्र के लिए जिम्मेदार गैस क्लोरोफ्लोरोकार्बन है। क्लोरोफ्लोरोकार्बन प्राकृतिक नहीं बल्कि मानव निर्मित यौगिक है, जो क्लोरीन, फ्लोरीन और कार्बन से निर्मित होता है।क्लोरोफ्लोरोकार्बन के लिए का इस्तेमाल एरोसॉल स्प्रे के निर्माण में, फोम और पैकिंग मैटेरियल्स के लिए तथा फ्रिज एवं एयर कंडीशनर में किया जाता है।

यह रसायन ग्रीन हाउस में योगदान देने के साथ ही ओजोन लेयर में मौजूद ओजोन गैस के साथ अभिक्रिया करके ओजोन को ऑक्सीजन के रूप में विघटित कर देता है, जिसके कारण ओजोन परत का क्षरण हो जाता है, और हमें ओजोन लेयर के अंदर एक छिद्र दिखाई देता है।

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

इस प्रकार के क्षेत्र से पराबैंगनी किरणें धरती पर पहुंचती हैं जो हमारे स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती हैं। कोरोनावायरस में जब दुनिया भर में लॉकडाउन का दौर चला था, तब ओजोन छिद्र भरा हुआ दिखाई दिया था उस समय यह बात पूरी दुनिया के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं थी।

अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर बहुत सारे संधि और समझौते हुए हैं, जिसमें ओजोन छिद्र के बचाव के लिए कई सारे कदम उठाए जा रहे हैं।

आज भी हम अपनी कुछ सहभागिता से ओजोन लेयर में होने वाले छिद्र से कुछ हद तक बचा सकते हैं- जैसे फ्रिज और एसी का कम से कम इस्तेमाल करना, आवागमन के लिए कार एवं बाइक की जगह साइकिल एवं पैदल जाना, और अधिक से अधिक क्षेत्रीय चीजों का उपयोग करना।

English Translate 

world ozone day

Ozone Day is being celebrated all over the world on the 16th of September. Why was there a need to celebrate Ozone Day? Because people should be made aware that ozone is more important than oxygen for life. The day was announced to be celebrated by the United Nations General Assembly (UNGA) with the aim of making people aware about the ozone layer as well as saving it and gathering attention towards the solution of this problem. On December 19, 1994, 16 September was declared as the International Day for the Protection of the Ozone Layer. World Ozone Day was first observed on 16 September 1995.

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

What is ozone layer?

From time to time we all keep hearing things about the ozone layer that it has to be protected, the ozone layer is melting etc. Earth's environment is made up of a few layers where the lowest layer is called the troposphere. It extends up to a height of 10 km from the surface of the earth. Almost all human activities take place in this troposphere. The second layer is called the stratosphere. Which further extends from a height of 10 km to 50 km. Most airplanes fly in the stratosphere.


The ozone layer is a part of this stratosphere, which extends from a height of 15 to 40 kilometers above the surface of the Earth. The ozone layer prevents the incoming ultraviolet rays from reaching the earth from the beginning. Ultraviolet rays can have a bad effect on the flora and fauna living on the earth. This can pose a risk of skin cancer, eye disease and loss of marine life.

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

What are ultraviolet rays?

Ultraviolet rays are a form of radiation that comes from the Sun. Although we get vitamin D from ultraviolet rays, but it also has some harmful effects which adversely affect our health.

Ultraviolet rays are classified into three parts on the basis of wavelength:

Ultraviolet A (UVA) – Its wavelength is 315-399 nm.

Ultraviolet B (UVB) – Its wavelength is 280-314 nm.

Ultraviolet C (UVC) – Its wavelength is 100-279 nm.

Almost all UVC and UVB radiation is absorbed by the ozone layer, so all ultraviolet rays that hit the earth are UVA. Both UVA and UVB have a bad effect on health but UVA radiation is weaker than UVB. UVC radiation is the most lethal which is absorbed by the earth's ozone layer and does not reach the earth.

UVB rays harm the health of living organisms on Earth, causing gene mutations, causing diseases such as skin cancer and cataracts, and stunting plant growth and damage to leaves. The ozone layer absorbs 93 to 99% of the high frequency ultraviolet rays coming from the Sun, which are harmful to life on Earth.

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

What is the ozone hole, and what causes it?

The gas responsible for the ozone hole is chlorofluorocarbons. Chlorofluorocarbons are not natural but man-made compounds, composed of chlorine, fluorine and carbon. Chlorofluorocarbons are used in the manufacture of aerosol sprays, for foams and packing materials, and in refrigerators and air conditioners.

This chemical contributes to the greenhouse, as well as reacting with the ozone gas present in the ozone layer, decomposes ozone into the form of oxygen, due to which the ozone layer is depleted, and we see a hole inside the ozone layer. gives.

Ultraviolet rays from this type of area reach the earth which can have serious effects on our health. When there was a period of lockdown around the world in Coronavirus, then the ozone hole appeared to be full, at that time this thing was nothing less than good news for the whole world.

There have been many treaties and agreements at the international and national level, in which many steps are being taken to protect the ozone hole.

Even today, we can save to some extent from the hole in the ozone layer with some of our participation - such as minimizing the use of refrigerators and ACs, cycling and walking instead of cars and bikes for travel, and more and more regional using things.

विश्व ओजोन दिवस, 16  सितम्बर 2022 || World Ozone Day Sep 16, 2022 ||

18 comments:

  1. जबरदस्त जानकारी ज्ञानवर्धक ✌🏻

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  2. ऐसे ही जनता में जागरूकता फैलाते रहिए, सराहनीय कार्य 🙏

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  3. Bahut achhe se vyakhya kiya hai aapne...aabhar

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  4. ओजोन दिवस की बहुत बहुत बधाई रूपा जी और खास कर ऐसे ऐसे ज्ञानवर्धक जानकारी शेयर करने के लिये । ईश्वर उन सभी लोगों को सदबुद्धि दे जो जान कर अनजान बने हुए है और जो नही जानते है वो आपके पोस्ट को पढ़कर खुद को तथा समाज को जागरूक करें। फ्रीज़,गाड़ी और ऐसी का प्रयोग जितना कम करें उतना आगे आने वाले जनरेशन के लिए मदद करेंगे। हमलोगों का ओज़ोन दिवस मनाना तभी सार्थक होगा
    🙏कर भला तो हो भला🙏

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    1. आपको भी ओजोन दिवस की बहुत बहुत बधाई 🙏

      पोस्ट पर आपकी विस्तृत टिप्पणी के लिए धन्यवाद। यह विश्व स्तरीय समस्या है और लोगों को लगता है कि एक मेरे कुछ करने से क्या होगा। लोगों को जागरूक होना होगा अन्यथा प्रकृति अपना संतुलन खुद बनाती है। हाल ही में कोरोना महामारी इसका उदाहरण है।

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  5. अति महत्वपूर्ण जानकारी

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  6. Important information shared.Thanks.

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  7. Nice information

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  8. हो सकता है कि ओजोन परत के विषय में सबको इतनी विस्तृत जानकारी न हो लेकिन इतना तो लगभग सब जानते हैं कि सूर्य की घातक पराबैगनी किरणों से ओजोन परत हमारी रक्षा करता है। गाड़ियों और ए सी से सबसे ज्यादा क्लोरोफ्लोरो कार्बन का उत्सर्जन होता है। समस्या ये है कि जानते सब हैं लेकिन करना कोई नहीं चाहता, इस प्रकार के सभी दिवसों की सार्थकता तब होगी जब हम सब उसके अनुरूप व्यवहार करना शुरू करें अन्यथा हर साल ये दिवस यूं ही व्यर्थ आते और जाते रहेंगे।
    सराहनीय पहल

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  9. ज्ञानवर्धक जानकारी

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  10. Very important news for all people.

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