इतवार (Sunday)
सुबह की नींद हमारे इरादों को कमजोर कर देती है
इसलिए नींद को हराकर अपनी जीत का आगाज़ करें..❤
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है,
मार्ग वह हमें दिखाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
मार्ग वह हमें दिखाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
नदी कहती है’ बहो, बहो
जहाँ हो, पड़े न वहाँ रहो।
जहाँ गंतव्य, वहाँ जाओ,
पूर्णता जीवन की पाओ।
विश्व गति ही तो जीवन है,
अगति तो मृत्यु कहाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
जहाँ हो, पड़े न वहाँ रहो।
जहाँ गंतव्य, वहाँ जाओ,
पूर्णता जीवन की पाओ।
विश्व गति ही तो जीवन है,
अगति तो मृत्यु कहाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
शैल कहतें है, शिखर बनो,
उठो ऊँचे, तुम खूब तनो।
ठोस आधार तुम्हारा हो,
विशिष्टिकरण सहारा हो।
रहो तुम सदा उर्ध्वगामी,
उर्ध्वता पूर्ण बनाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
उठो ऊँचे, तुम खूब तनो।
ठोस आधार तुम्हारा हो,
विशिष्टिकरण सहारा हो।
रहो तुम सदा उर्ध्वगामी,
उर्ध्वता पूर्ण बनाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
वृक्ष कहते हैं खूब फलो,
दान के पथ पर सदा चलो।
सभी को दो शीतल छाया,
पुण्य है सदा काम आया।
विनय से सिद्धि सुशोभित है,
अकड़ किसकी टिक पाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
दान के पथ पर सदा चलो।
सभी को दो शीतल छाया,
पुण्य है सदा काम आया।
विनय से सिद्धि सुशोभित है,
अकड़ किसकी टिक पाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
यही कहते रवि शशि चमको,
प्राप्त कर उज्ज्वलता दमको।
अंधेरे से संग्राम करो,
न खाली बैठो, काम करो।
काम जो अच्छे कर जाते,
याद उनकी रह जाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
प्राप्त कर उज्ज्वलता दमको।
अंधेरे से संग्राम करो,
न खाली बैठो, काम करो।
काम जो अच्छे कर जाते,
याद उनकी रह जाती है।
प्रकृति कुछ पाठ पढ़ाती है।
- श्रीकृष्ण सरल
"कभी धूप से परेशान, तो कभी बारिश से
शिकायतों का भंडार जीवन में रहता ही है..❤"
सचमुच प्रकृति हमे हमेशा पाठ पढ़ाती है और ये पाठ हम पढ़ना सीख गए तो फिर जीवन मे शिकायतों का दौर खत्म हो जाता है।
ReplyDeleteशुभ रविवार।
अति सुन्दर
ReplyDeleteक्या बात है 🥰🥰❤️❤️
ReplyDeleteसुबह की नींद हमारे इरादों को कमजोर कर देती है
ReplyDeleteइसलिए नींद को हराकर अपनी जीत का आगाज़ करें..❤
बहुत सुंदर पंक्तियां
Very nice 👌😊👍👍
प्रकृति है तो हम है वर्ना हमारा भी बजूद नही हो
ReplyDeleteप्रकृति में हमेशा हमें कुछ ना कुछ नया दिया है बहुत ही सुंदर
ReplyDeleteHappy sunday
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteA piece of moon on the ground.😂😂
ReplyDeleteHappy Sunday Rupa ji 😊🌹
Fantastic & fabulous lines 👌👌
ReplyDeleteसच कहें तो प्रकृति ही भगवान है जहां खुद कण कण में भगवान समय हैं🙏🏻
ReplyDeleteHappy Sunday...
ReplyDeleteHappy Sunday 🌹🌹
ReplyDeleteLovely smile 😘❤️
ReplyDeleteHpy Sunday ji very nice
ReplyDeleteNature ke sath sync hona chahiye
ReplyDeleteप्रकृति तो हमेशा से ही पाठ पढ़ाती रही है लेकिन हम सब पढ़े ही नहीं सब समस्याओं की जड़ तो यही है।
ReplyDeleteआप सबको शुभ रविवार
इंसान का जीवन विज्ञान कितना भी विकसित और सुखद बना दे, पर मानसिक शांति तो प्रकृति की गोद में ही मिलती है.. प्रकृति कुछ भी न बोल के हमेशा ही बहुत कुछ सिखाती है...
ReplyDeleteबहुत सुंदर पंक्तियां , और बहुत ही प्यारी तस्वीर😍🥰..शुभ रविवार 💐💐
Beautiful poem ❤️
ReplyDeleteवाह गजब
ReplyDeleteHappy Sunday
ReplyDeleteVery good.
ReplyDeleteVery good.
ReplyDeleteVery good nice pic 👌
ReplyDeleteWaah, kya baat hai 👌👌
ReplyDeleteपक्षी सुबह जब चहचाते है उठो सुबह हो गयी यही हमे बतलाते हैं जिन्होंने आलस्य छोड़ दिया वही पारश बन जाते है
ReplyDeleteसही बात है 👍🏻👌
DeleteIndeed, nature always teaches us lessons and if we learn to read these lessons, then the period of complaints ends in life Treasure of India.
ReplyDeletehappy Sunday.
समस्या तो यही है कि हम इन पाठों को सीखते नही।
Deleteलाजवाब 😍😍
ReplyDeleteBahut sundar.
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