हिंगलाज माता मंदिर, पाकिस्तान
हिंगलाज माता मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त के हिंगलाज में हिंगोल नदी के तट पर स्थित एक हिन्दू मंदिर है। यह हिन्दू देवी सती को समर्पित 51 शक्ति पीठ में से एक है। यहाँ इस देवी को हिंगलाज देवी या हिंगुला देवी भी कहते हैं।भारत की तरह पाकिस्तान में यह शक्तिपीठ वैष्णो देवी के नाम से प्रसिद्ध है। इस मन्दिर को नानी मंदिर के नामों से भी जाना जाता । पिछले तीन दशकों में इस जगह ने काफी लोकप्रियता पाई है, और यह पाकिस्तान के कई हिंदू समुदायों के बीच आस्था का केन्द्र बन गया है।धर्म शास्त्रों के अनुसार यहां पर देवी सती का ब्रह्मरंध्र (मस्तिष्क) गिरा था। इस शक्तिपीठ को हिंदुओं के साथ-साथ मुसलमान भी इसकी देखरेख करते हैं और इस स्थान को चमत्कारिक मानते हैं। हिंगलाज माता के बारे में इतिहास में 2000 साल से भी पुराना उल्लेख है।
स्थान
हिंगलाज माता का गुफा मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में लारी तहसील के दूरस्थ पहाड़ी इलाके में एक संकीर्ण घाटी में स्थित है।यह हिंगोल नदी के पश्चिमी तट पर मकरान रेगिस्तान के खेरथार पहाड़ियों की एक श्रृंखला के अंत में बना हुआ है। यह क्षेत्र हिंगोल राष्ट्रीय उद्यान के अंतर्गत आता है।
मंदिर एक छोटी प्राकृतिक गुफा में बना हुआ है, जहां एक मिट्टी की वेदी बनी हुई है। देवी की कोई मानव निर्मित छवि नहीं है, बल्कि एक छोटे आकार के शिला की हिंगलाज माता के प्रति रूप के रूप में पूजा की जाती है। शिला सिंदूर (वर्मी मिलियन) जिसे संस्कृत में हिंगुला कहते हैं, से पुता हुआ है, जो संभवतया इसके नाम हिंगलाज का स्रोत हो सकता है।
हिंगलाज के आस-पास, गणेश देव, माता काली, गुरुगोरख नाथ दूनी, ब्रह्म कुण्ड, तिर कुण्ड, गुरुनानक खाराओ, रामझरोखा बेठक, चोरसी पर्वत पर अनिल कुंड, चंद्र गोप, खारिवर और अघोर पूजा जैसे कई अन्य पूज्य स्थल हैं।
नवरात्रि के 9 दिनों में माता के दरबार में पाकिस्तान के साथ-साथ भारत से भी कई भक्तों पहुंचते हैं और मनोरथ सिद्ध के लिए माथा टेकते हैं । मनोरथ सिद्धि के लिए गुरु नानक देव,दादा मकान और गुरु गोरखनाथ जैसे आध्यात्मिक संघ यहां आ चुके हैं और मां के दर्शन किए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी विवाह मां के दरबार में माथा टेक चुके हैं।
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Hinglaj Mata Temple, Pakistan
Hinglaj Mata Temple is a Hindu temple located on the banks of the Hingol River in Hinglaj, Balochistan province of Pakistan. It is one of the 51 Shakti Peethas dedicated to the Hindu goddess Sati. Here this goddess is also called Hinglaj Devi or Hingula Devi. Like India, this Shaktipeeth is famous in Pakistan as Vaishno Devi. This temple is also known by the names of Nani Mandir. The place has gained immense popularity over the past three decades, and has become a center of faith among many Hindu communities in Pakistan. According to religious scriptures, the Brahmarandhra (brain) of Goddess Sati fell here. This Shaktipeeth is looked after by Hindus as well as Muslims and consider this place to be miraculous. There is a mention about Hinglaj Mata in history for more than 2000 years.
place
The cave temple of Hinglaj Mata is located in a narrow valley in the remote mountainous area of Lari tehsil in Balochistan province of Pakistan. It is built at the end of a range of Kherthar hills of Makran desert on the western bank of Hingol river. This area comes under Hingol National Park.
The temple is built in a small natural cave, where an earthen altar remains. There is no man-made image of the goddess, but a small rock is worshiped as a representation of Hinglaj Mata. The rock is painted with vermilion (Vermi Million) which is called Hingula in Sanskrit, which may possibly be the source of its name Hinglaj.
Around Hinglaj, there are many other places of worship like Ganesh Dev, Mata Kali, Gurugorakh Nath Dooni, Brahma Kund, Tir Kund, Guru Nanak Kharao, Ramjharokha Bethak, Anil Kund on Chorsi Parvat, Chandra Gopa, Kharivar and Aghor Puja.
During the 9 days of Navratri, many devotees from Pakistan as well as India reach the court of the mother and bow their heads for the accomplishment of the desire. Spiritual associations like Guru Nanak Dev, Dada Makan and Guru Gorakhnath have come here for the purpose of fulfillment and have seen the mother. Former Prime Minister Rajiv Gandhi has bowed his head in the court of the marriage mother.
हिंगलाज माता की जय।
ReplyDeleteजय माँ हिंगलाज 🙏🌹
ReplyDeleteमध्य प्रदेश के रायसेन जिले में हिंगलाज माता का मंदिर स्थापित है एक और कहते हैं सिर्फ दो ही मंदिर है हिंगलाज माता के यह पाकिस्तान में एक भारत के मध्य प्रदेश
ReplyDeleteजय माता दी 🙏🙏
ReplyDeleteसुंदर प्रयास। अकल्पनीय साहित्य उपलब्ध कराने का।
ReplyDeleteमेंम सुंदर प्रयास। अकल्पनीय साहित्य उपलब्ध कराने का।
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ReplyDeleteमैंने बहुत सुना है हिंगलाज माता के बारे में बहुत ही श्रद्धा है लोगों की उनमें लेकिन हिंगलाज माता का हुक्म होगा तो वह हमें बुलाएंगे जरूर दर्शन को
ReplyDeleteजय माता हिंगलाज भवानी तेरी जय हो
ReplyDeleteजय माता दी
ReplyDeleteजय माता हिंगलाज की।
ReplyDeleteजय माता की
ReplyDeleteVery interesting post. Regards.
ReplyDeleteJai mata di
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