सदाबहार (Catharanthus)

सदाबहार (Catharanthus)

सदाबहार का पौधा हर जगह देखने को मिल जाता है। यह पौधा बाग - बगीचे, गमले, यहां तक की छत पर ईंट के बीच में भी कभी-कभी निकला हुआ यह पौधा दिख जाता है। हर मौसम में हरा भरा रहने के कारण और औषधीय गुणों से परिपूर्ण होने के कारण ही शायद इसका नाम सदाबहार पड़ा होगा। इसको बारहमासी, नयनतारा, सदाफूली और अन्य कई नामों से भी जाना जाता है। ठंड के कुछ दिनों को छोड़कर यह पूरे वर्ष खूब खिलता है। मंदिरों में पूजा पर चढ़ाए जाने के लिए इसका उपयोग होता है। यह फूल सुंदर तो है ही, साथ ही आसानी से हर मौसम में हर जगह उग आता है। यह कई रंग में खिलता है और इसके गुणों का भी कोई जवाब नहीं।

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

सदाबहार क्या है?

सदाफूली या सदाबहार 12 महीने खिलने वाले फूलों का एक पौधा है। इनमें से सात मेडागास्कर में तथा आठवीं भारतीय उपमहाद्वीप में पायी जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम केथारेन्थस है। मेडागास्कर मूल की यह फूलदार झाड़ी भारत में कितनी लोकप्रिय है इसका पता इसी बात से चल जाता है कि लगभग हर भारतीय भाषा में इसको अलग नाम दिया गया है। इसके श्वेत तथा बैगनी आभा वाले छोटे गुच्छों से सजे सुंदर लघु वृक्ष भारत की किसी भी उष्ण जगह की शोभा बढ़ाते हुए सालों साल बारह महीने देखे जा सकते हैं। इसके अंडाकार पत्ते डालियों पर एक-दूसरे के विपरीत लगते हैं और झाड़ी की बढ़वार इतनी साफ़ सुथरी और सलीकेदार होती है कि झाड़ियों की काँट छाँट की कभी ज़रूरत नहीं पड़ती।

जानते हैं सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुणों के बारे में

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

सदाबहार के फूल में एलकालॉइड्स, एजमेलीसीन, सरपेन्टीन नामक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि सदाबहार में दर्जनों क्षार ऐसे होते हैं, जो रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित रखते हैं। कुछ शोध में यह ज्ञात हुआ है कि सदाबहार के अनेक गुणों का पता चला - सदाबहार पौधा बारूद - जैसे विस्फोटक पदार्थों को पचाकर उन्हें निर्मल कर देता है। यह मात्र कोरी कल्पना नहीं है, अपितु वैज्ञानिकों का कहना है कि सदाबहार विस्फोटक भंडारों वाली लाखो एकड़ जमीन को सुरक्षित एवं उपयोगी बना रहा है। भारत में ही "केंद्रीय औषधीय एवं सुगंध पौधा संस्थान" द्वारा की गई खोजों से पता चला है कि सदाबहार की पत्तियों में 'विनिकरस्टीन' नामक क्षारीय पदार्थ भी होता है, जो कैंसर विशेषकर रक्त कैंसर में बहुत उपयोगी होता है। आज यह विषाक्त पौधा संजीवनी बूटी का काम कर रहा है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में

सदाबहार की पत्तियों या फिर उसके फूल की पंखुड़ियों का सेवन करते रहने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और व्यक्ति जल्दी बीमार नहीं पड़ते हैं।

मधुमेह में

  • सदाबहार मधुमेह की बीमारी के लिए भी बहुत लाभदायक औषधि है। सदाबहार की 3-4 कोमल पत्तियों को चबाकर रस चूसने से मधुमेह रोग में राहत मिलता है।
  • सदाबहार के पौधे के 4 पत्तों को साफ धुलकर सुबह खाली पेट खाएं और ऊपर से दो घूंट पानी पी लें। इससे मधुमेह मिटता है और यह प्रयोग कम से कम 3 महीने करना चाहिए।

खुजली

त्वचा पर खुजली, लाल निशान या किसी तरह की एलर्जी होने पर सदाबहार की पत्तियों के रस को लगाने से आराम मिलता है।

मुहासे

  • सदाबहार के फूलों और पत्तियों के रस को मुहांसे पर लगाने से कुछ ही दिनों में मुंहासे ठीक हो जाते हैं। 
  • सदाबहार के पत्तियों और फूलों को पानी में थोड़ी मात्रा में कुचल कर लेप बना लें और इस लेप को मुहांसों पर दिन में कम से कम 2 बार लगाने से जल्दी आराम मिलता है।
सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

घाव पर 

त्वचा पर घाव या फोड़े फुंसी हो जाने पर इसकी पत्तियों का रस दूध में मिलाकर लगाने से घाव पक जाता है और जल्द ही मवाद बाहर निकल जाता है।

बालों के लिए

बालों के लिए सदाबहार की पत्तियां बहुत फायदेमंद होती हैं। सदाबहार की पत्तियों को पीसकर आधा चम्मच रस नारियल के तेल में मिलाकर सिर की त्वचा पर मसाज करने से रूसी खत्म होती है और बाल भी स्वस्थ रहते हैं।

बवासीर की समस्या

सदाबहार के फूल और पत्तियों को पीसकर सोने से पहले बवासीर वाली जगह पर लगाने से बवासीर में आराम मिलता है।

मधुमक्खी के काटने पर

मधुमक्खी या फिर ततैया के डंक मारने पर इसके फूल और पत्तियों का रस लगाने से दर्द कम होता है और जल्दी आराम मिलता है।

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

उच्च रक्तचाप में

सदाबहार की जड़ को सुबह चबाकर खाने से या फिर इसकी जड़ का रस निकालकर पीने से उच्च रक्तचाप में फायदा होता है।

शारीरिक कमजोरी में

सदाबहार के पौधे की जड़ को सुखाकर इसका पाउडर बना लें। एक चम्मच पाउडर में दो चम्मच मिश्री मिलाकर सुबह-शाम दूध या पानी के साथ सेवन करने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है।

वजन नियंत्रित करने में

सदाबहार के फूल और पत्तियों को समान मात्रा में मिलाकर इसका काढ़ा बना लें। सुबह-शाम खाली पेट इस काढ़े का सेवन करने से वजन नियंत्रित होता है।

खून साफ करने में

सदाबहार की दो से तीन पत्तियों को प्रतिदिन सुबह चबाकर खाने से खून साफ होता है। इससे चेहरे की सुंदरता भी निखरती है।

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

विभिन्न भाषाओं में सदाबहार का नाम (Sadabhar name in different languages)

हिन्दी     - सदाबहार 
अंग्रेज़ी -    Catharanthus (कैंथरैंथस)
उड़िया -    अपंस्कांति 
तमिल -   सदाकाडु मल्लिकइ, 
तेलुगु -      बिल्लागैन्नेस्र्, 
पंजाबी -     रतनजोत, 
बांग्ला -     नयनतारा या गुलफिरंगी, 
मराठी -     सदाफूली और 
मलयालम - उषामालारि
सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

सदाबहार के फूल और पत्ते के नुकसान

सदाबहार का वैसे तो कोई नुकसान नहीं है फिर भी इसका अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए। इसके अत्यधिक सेवन से यह शुगर लेवल को कम कर सकता है। 

यह फूल सुंदर तो है ही। आसानी से हर मौसम में उगता है, हर रंग में खिलता है और इसके गुणों का भी कोई जवाब नहीं, शायद यही सब देखकर "नेशनल गार्डेन ब्यूरो" ने सन 2002 को इयर आफ़ विंका के लिए चुना।

English Translate

Catharanthus

The evergreen plant is found everywhere. This plant is sometimes seen in the middle of the brick in the garden - garden, pot, even on the roof. Due to being green in every season and being full of medicinal properties, it may have got its name evergreen. It is also known as Perennial, Nayantara, Sadafuli and many other names. It blooms profusely throughout the year except for a few days of winter. It is used for offering to worship in temples. This flower is not only beautiful, but also easily grows everywhere in every season. It blooms in many colors and there is no answer to its properties.

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

What is Catharanthus?

Evergreen or evergreen is a plant of 12 months blooming flowers. Of these, seven are found in Madagascar and eight in the Indian subcontinent. Its scientific name is Catharanthus. How popular this flowering shrub of Madagascar origin is in India, it is known from the fact that it has been given a different name in almost every Indian language. Beautiful miniature trees adorned with small clusters with its white and purple aura can be seen for twelve months year after year, enhancing the beauty of any hot place of India. Its oval leaves are opposite each other on the branches and the growth of the bush is so neat and graceful that pruning of the bushes is never needed.

Know about the advantages, disadvantages, uses and medicinal properties of evergreen

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

The evergreen flower contains elements called alkaloids, azemalysin, serpentin, which are extremely beneficial for the body. Scientists believe that there are dozens of alkalis in evergreens, which control the amount of sugar in the blood. In some research it has been known that many properties of evergreen were discovered - the evergreen plant digests explosive substances like gunpowder and makes them pure. This is not mere imagination, but scientists say that evergreens are making millions of acres of land with explosive deposits safe and useful. The discoveries made by the "Central Institute of Medicinal and Aromatic Plants" in India have shown that the leaves of the evergreen also contain an alkaline substance called 'vinkersteine', which is very useful in cancer, especially blood cancer. Today this poisonous plant is working as a Sanjeevani herb.

boosting immunity

By consuming the leaves of evergreen or the petals of its flower, the body's immunity increases and the person does not fall ill soon.

in diabetes

  • Evergreen is also a very beneficial medicine for the disease of diabetes. Chewing 3-4 tender leaves of evergreen and sucking the juice provides relief in diabetes.
  • Wash 4 leaves of the evergreen plant and eat it on an empty stomach in the morning and drink two sips of water from above. It cures diabetes and this experiment should be done for at least 3 months.

Itching

If there is itching, red marks or any kind of allergy on the skin, applying the juice of evergreen leaves provides relief.

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

acne

  • By applying the juice of evergreen flowers and leaves on the acne, acne is cured within a few days.
  • Make a paste by crushing the leaves and flowers of evergreen in a small amount of water and applying this paste on the pimples at least twice a day provides quick relief.

on the wound

If there is a wound or boil on the skin, then applying the juice of its leaves mixed with milk, the wound gets cooked and the pus comes out soon.

for hair

Evergreen leaves are very beneficial for hair. Grind the leaves of evergreen and mix half a teaspoon juice with coconut oil and massage it on the scalp, it ends dandruff and keeps the hair healthy.

piles problem

Grind the flowers and leaves of evergreen and apply it on the piles area before sleeping, it provides relief in piles.

on bee bite

After stinging a bee or wasp, applying the juice of its flowers and leaves reduces pain and provides quick relief.

in high blood pressure

Chewing the root of evergreen in the morning or drinking it after extracting the juice of its root is beneficial in high blood pressure.

in physical weakness

Make a powder by drying the root of the evergreen plant. Mixing two spoons of sugar candy in one spoon of powder and taking it with milk or water in the morning and evening ends physical weakness.

in controlling weight

Make a decoction by mixing equal quantity of evergreen flowers and leaves. Consuming this decoction on an empty stomach in the morning and evening controls weight.

to clean the blood

Chewing two to three leaves of evergreen every morning in the morning purifies the blood. It also enhances the beauty of the face.

सदाबहार के फायदे, नुकसान, उपयोग और औषधीय गुण

17 comments:

  1. A good article for the nature has beeb written. We are grateful to read the same. Kee it up.

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  2. अब लाऊ कहा से provide कराओ.. 🤣😜
    Very good information 👍

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    1. Manish ji ye paudha har jagah asani se mil jata hai, ados pados me dekhiye..fir bhi na mile to nursery se laiye...ab hum rajasthan thodi aayenge provide Krane..😄😄

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  3. पूरे साल खिलने की वजह से लगभग हर घर में दिखता है और इसके फूल पूजा के काम में आते हैं। इसके औषधीय गुणों की इतनी विस्तृत जानकारी नहीं थी।
    अच्छी और उपयोगी जानकारी

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  4. Aram se uplabdh hone wala upyogi paudha..

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  5. Jude hmare sath apni kavita ko online profile bnake logo ke beech share kre
    Pub Dials aur agr aap book publish krana chahte hai aaj hi hmare publishing consultant se baat krein Online Book Publishers



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  6. अनेक औषधीय गुणों से युक्त सदाबहार सर्वत्र सुलभ है।

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  7. बहुत ही उपयोगी जानकारी।

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