Sunday.. इतवार

 इतवार (Sunday)

Sunday.. इतवार
"अगर ख्वाईश कुछ अलग करने की है तो..
दिल और दिमाग के बीच बगावत लाजमी है.."❤❤

"समय"

कहां रुकता है..
कहां थकता है.. 
बस आगे बढ़ता ही जाता है.. 
बड़ा - छोटा, ऊंचा - नीचा.. 
एक बराबर सबके लिए.. 
एक समान चलता है..
 
रोको फिर भी.. 
ना रुकता है.. 
बढ़ता है बस बढ़ता है.. 
सोचो ना, रुको ना, डरो ना, 
लक्ष्य तक बढ़े चलो.. 
चलो चलते रहो.. 
रुको ना.. 
हर कांटा हटेगा.. 
मंजिल फिर मिलेगी..  
बढ़ते रहो.. 
बस चलते रहो..
 
कोशिश करते रहो.. 
क्योंकि "समय" कहां रुकता है..
ये कब रुका है.. 
किसी के लिए.. 
समय के साथ साथ चलते रहो..  
सोंच लो आज दो घड़ी के लिए.. 
यही बेहतर है हर किसी के लिए.. 
क्योंकि "समय" कहां रुकता है..
किसी के लिए ..
Sunday.. इतवार
"जब रास्तों पर चलते चलते मंजिल का ख्याल ना आये..
 तो आप सही रास्ते पर हैं "❤❤

25 comments:

  1. क्या कहूँ दूर बहुत दूर मुझे जाना है
    ज़िंदगी तुं ने ज़रा देर में पहुँचाना है

    इतना भटके है कि मंज़िल का पता याद नहीं
    रास्ते पूछ रहे हैं कि कहाँ जाना है
    ज़िंदगी तूने मुझे देर से पहुँचाना है

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  2. सब समय का ही तो खेल है, इंसान के वश में तो सिर्फ चलते रहना है। शुभ रविवार

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  3. बहुत सुदंर🌹👌

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  4. bahut sundar ji achcha likhti ho good

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  5. समय बड़ा बलवान।
    Happy sunday

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  6. Wonderful pic😘😘❤️🌹

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  7. समय गतिमान तथा बलवान है।यह चलता रहता है।शुभ रविवार।

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  8. समय सबसे बलवान
    शुभ रविवार 💐🙏

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  9. Sunder tasveer ...saath me achhi kavita👌👌👌

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  10. सच कहा.....समय कब किसी के लिए रुका है।

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  11. Beautiful girl😍😍😍😍😙😙😙😙

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