Sunday.. इतवार

इतवार (Sunday)

🍁🍁हौसलों के आगे कोई पर्दा नहीं होता..
कड़े परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता..
दिल में जज्बा हो कुछ कर दिखाने का..
तो जलते दिए को भी आंधियों का डर नहीं होता🍁🍁

  "निशा"

ये मैं हूं "निशा"
रात्रि, अंधकार !
हूं तो मैं निशा, परंतु मेरे बगैर,
दिन की कोई अहमियत नहीं !
मैं हूं तो ये दिन है,
उजाले का महत्व है !
मेरे बिना उजाले का महत्व नहीं,
"निशा" है तो, ये दिन है !

यह मैं हूं "निशा"
टपकती हुई अत्र की बूंदे !
मोहब्बत से भरी झील,
ऐतबार का झरना !
जिगर की जुबानी,
आसरा का आसमां !
सुकून के सितारे,
मेरे बिना आसमां अधूरा,
सितारों का अस्तित्व नहीं,
"निशा" है तो ये सितारे हैं !
Sunday.. इतवार


      "Night"


 This is me "Nisha"
 Night, darkness!
 I am Nisha, but without me,
 No importance of the day!
 This is the day if i am
 Light is important!
 Light is not important without me,
 If "Nisha", it's day!

 This is me "Nisha"
 Dripping Perfume Drops!
 A lake full of love,
 Waterfall!
 By mouth
 Aasra ki Aasamon!
 Relaxed stars,
 Incomplete without me
 Stars don't exist
 If "Nisha", then these are the stars!
Sunday.. इतवार
❤❤हमारी समस्या का समाधान,
सिर्फ हमारे पास है।
दूसरे के पास तो,
सुझाव होते हैं।❤❤



25 comments:

  1. Really true...nisha se hi ujale ka mahatva ha..bful pic ..nice poem..keep it up

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  2. रविवार की बधाई, सबका अपना अपना महत्व है वैसे ही रात्रि का भी है, अच्छी कविता

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  3. Nisha he to ujale ka mahtav he
    Bhut sunder

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  4. आज का ब्लॉग बेहद बढ़िया है।विशेषकर, 'निशा',कविता पढ़कर मन प्रफुल्लित हो गया।

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  5. Wow... beautiful pic... behtarin lines.."NISHA"🌹🌹🌹🌹🌹
    Happy Sunday 🌻🌻🌻🍁🍁🍁

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  6. Nice poem with nice pic👌👌

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  7. Itwaar ka din aapki tasveer aur lekhni ke saath hi bn jata hai.. 👌👌

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  8. बहुत अच्छी कविता, बेहतरीन लाइन और बहुत खूबसूरत तस्वीरें... वाह क्या बात है,👌👌🌹🌹👍👍

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  9. Khoobsoorat kavita.

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  10. उत्तम लगी कविता

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  11. consrediani Daryl Reynolds click here
    kilvelepul

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