Sunday.. इतवार ..रविवार

इतवार (Sunday)

कुदरत ने तो आनंद दिया था 
दुःख हमारी खोज है ❤❤

  इतवार की छुट्टी

चलो आज फिर कुछ गुनगुनाते हैं
इतवार की छुट्टी मजे से मनाते हैं।                  
ऑफिस की चिंता
                बिज़नेस का झंझट
जल्दी  है उठना,
               नहाने का संकट
बस आज यूं ही आराम  फरमाते हैं 
इतवार की छुट्टी मजे से मनाते हैं।
रसीली जलेबी, तीखे पकौड़े,
           रसना करे इच्छा, छोले भटूरे
दमालू कचौड़ीइडली और डोसे
          पनीर रोल,पोहे,नरम नरम ढोकले
सब बंदिशें भूलहम आज उड़ाते हैं
इतवार की छुट्टी मजे से मनाते हैं।

🌼शब्द चाहे कैसा भी हो 
मन खुश करे तो अर्थ, वरना व्यर्थ 🌼


16 comments:

  1. इतवार पर लिखी आपकी पंक्तियाँ मन मे उल्लास पैदा कर गईं।लेकिन आज लॉक डाउन होने से सब गड़बड़ हो गया। Nice Lines.

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  2. Nice lines.... happy Sunday

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  3. 'मन खुश करे तो अर्थ वरना व्यर्थ' दिल को छू गया।

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  4. मन खुश करे तो अर्थ, वरना व्यर्थ । हैप्पी सन्डे। केवल दो नाल बन्दूक की जरूरत है, तब फोटो और अच्छी आती । बहुत अच्छे ।

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    1. बंदूक कहां से लाएं, आपके पास हो तो दीजिए। फोटो खींचा के लौटा देंगे।

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  5. सुधा पाण्डेयJuly 12, 2020 at 7:49 PM

    इतवार के आनन्द को दर्शाती बहुत सुन्दर प्रस्तुति और उस पर चार चाँद लगाती सकारात्मक मुस्कान लिये बहुत सुन्दर प्यारी सी फ़ोटो

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  6. Happy Sunday & pic ve Sunder hai

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  7. Wah ye to jungle me mor wali feeling aa rhi

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  8. कुदरत ने तो आनंद दिया था
    दुःख हमारी खोज है ....baat to sahi ha

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