Ayurveda The Synthesis of Yoga and Natural Remedies-38- Diabetes

मधुमेह

       डायबिटीज(मधुमेह) ऐसी बीमारी है, जिससे हर साल दुनिया भर में हजारों लोग प्रभावित होते हैं । यह एक ऐसी बीमारी है जो शरीर की इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग करने की क्षमता को प्रभावित करती है। इंसुलिन एक प्रकार का हार्मोन होता है, जो भोजन को ऊर्जा में बदलता है। जो लोग इस बीमारी से पीड़ित हो जाते हैं, उनके शरीर में इंसुलिन पर्याप्त मात्रा में नहीं बनता है और इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है।
              आजकल मधुमेहएक आम बीमारी है। आनुवांशिक डायबिटीज ठीक नहीं होती है। तात्कालिक, जिनका अनुवांशिक नहीं है, उनका ठीक होता है। शुगर होने से वजन तेजी से कम होता है। थोड़ी चोट पर खून बहुत निकलता है। प्यास बहुत लगती है। मूत्र के बाद उस पर चीटियां आ जाती हैं।
मधुमेह होने का कारण :-(Causes Of  Diabetes ):-
         
#  अनियमित खान - पान
#  वजन अधिक होना
#  आनुवांशिक भी हो सकता है

मधुमेह के लक्षण (Symptoms of Diabetes):-

#  प्यास ज्यादा लगना और मुँह सुखना
#  भूख ज्यादा लगना और थकावट होना
#  शरीर का घाव जल्दी ठीक नहीं होना
#  बार बार यूरिन आना और उस जगह चींटी आना
#  शरीर में कमजोरी होना और वजन घटना
          चक्कर का अधिक आना मतलब शुगर का बहुत कम होना। मधुमेह रोग में शुरू में तो भूख बहुत लगती है, लेकिन धीरे-धीरे भूख कम हो जाती है। शरीर सूखने लगता है, कब्ज की शिकायत रहती है और रोगी का वजन कम होता जाता है। शरीर में कहीं भी जख्म घाव होने पर वह जल्दी भरता नहीं है।
           अधिक चक्कर आने पर गुड़ के रस में नींबू मिलाकर देने पर यदि अच्छा महसूस होता है मतलब कि उसकी शुगर लो है, जिनकी शुगर कम होती है उनको गुड़ के रस में नींबू डालकर और थोड़ा नमक डालकर दिन भर में दो-तीन बार पीना चाहिए।
            जिनकी शुगर बढ़ी हुई है, उनको दूध और दूध की बनी कोई भी चीज नहीं खाना चाहिए। गुड़ और काकवी खा सकते हैं। बढ़ी हुई शुगर वालों को सूर्यास्त के पहले खाना खा लेना चाहिए। सवेरे का खाना 8:00 से 9:00 के बीच में, शाम का खाना 5:00 से 6:00 के बीच में खा लेना चाहिए। फल कोई भी खा सकते हैं। कम शुगर वाला व्यक्ति कुछ भी खा सकता है।
            भोजन के पहले मीठा खाएं भोजन के बाद में खट्टा खाएं शुगर कभी नहीं होगी। एल्युमिनियम के बर्तन का खाना कभी नहीं खाना चाहिए। भोजन के पहले भरपूर सलाद खाएं।

मधुमेह से बचने के घरेलू उपचार (Home Remedies For Diabetes):-

#   जामुन मधुमेह के रोगी के लिए सर्वोत्तम दवाई है। सीधे जामुन खाना लाभदायक तो है ही लेकिन जामुन की गुठली का चूर्ण ताजे पानी के साथ दिन में दो - तीन बार लेने पर मधुमेह में बहुत लाभकारी होता है। इसके साथ जामुन के हरे पत्ते की चटनी बनाकर एक गिलास पानी में प्रतिदिन पीने से लाभ होता है।

#   प्रतिदिन रात्रि विश्राम से पहले त्रिफला चूर्ण लेने से लाभ होता है।

#   करेले के पत्ते का रस प्रतिदिन लेने से मधुमेह में आराम मिलता है।

#  जामुन का बीज और करेले का बीज बराबर मात्रा में लेकर दोनों का पाउडर बना लें। एक चम्मच खाना खाने से 1 घंटे पहले या आधे घंटे बाद मुंह में डालकर चूसना है, ताकि लार के साथ औषधि पेट में जाए।
दूसरी विधि -  खाना खाने के बाद एक चम्मच पाउडर गरम पानी के साथ पी लें।
#    रात में गर्म पानी में दो चम्मच मेथी दाना भिगोकर रख दें और सुबह उठकर उसका पानी सुबह सुबह खाली पेट पीना है और ऊपर से मेथी दाना चबा चबा कर खा लें।

#    फाइबर युक्त और रेशेदार वस्तुएं ज्यादा खाएं और फैट बढ़ाने वाली चीजें कम खाएं।
मधुमेह के लिए योग, प्राणायाम और आसन

#   100 ग्राम मेथीदाना, 100 ग्राम तेजपत्ता, सौ ग्राम नीम की निंबोली, 100 ग्राम जामुन की गुठली, 100  ग्राम करेले का बीज, 100 ग्राम आमला, 100 ग्राम बेलपत्र, 100 ग्राम गुड़मार बूटी, 50 ग्राम कुटकी 100 ग्राम दारूहल्दी, 10 ग्राम बंग भस्म, 20 ग्राम शिलाजीत सबको चूर्ण बनाकर सुबह-शाम खाने से 1 घंटे पहले या बाद में दिन में दो बार गुनगुने पानी के साथ लें।


17 comments:

  1. डाइबिटीज़ बहुत ही कॉमन रोग हो गया है।यदि इस ब्लॉग में बताए गए उपाय अमल में लाये जाएं एयर एलोपैथी से जहां तक हो बचा जाए तो मानवता का बहुत भला हो।

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    1. ज्यादा दिन तक एलोपैथी दवाई खाने से दूसरी बीमारियों के होने के चांसेस बढ़ जाते हैं। उसके साइड इफेक्ट्स बहुत है।

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  2. डायबिटीज एक आम रोग हो चुकी है। नियमित व्यायाम और सुबह सुबह कम से कम चार से पांच किलोमीटर पैदल घूमना चाहिए। मैडम रूपा जी के इस ब्लॉग में बताये उपाय को अपनाना चाहिए। धन्यवाद

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    1. इसमें टहलना बहुत जरूरी है इतना टहलना चाहिए कि शरीर से पसीना निकलने लगे।

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  3. Sahi samay par kiya gya upchar rog ko bhayawah hone se rokta hai.. carbohydrates ka sevan kam krne se hi kayi bimariyo se nijaat mil jayegi..

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    1. हां रोग को भयावह होने से पहले ही कंट्रोल कर लेना अच्छा है। हां, सबसे ज्यादा नुकसान चीनी और रिफाइंड ऑयल से है।

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  4. शुगर एक ऐसी बीमारी है जो लगभग सभी बीमारियों की जनक है, शुगर के अच्छे डॉक्टर 200 लेवल तक दवा खाने की जगह परहेज और शारीरिक श्रम करने के लिए कहते हैं, बहुत ही अच्छा ब्लॉग और आयुर्वेदिक उपचार का ज्ञान

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    1. आपको तो इसकी जानकारी अच्छे से है कि ज्यादा दिन तक डायबिटीज की दवा खाते रहने के कितने भयावह दुष्परिणाम हैं।

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  5. सुधा पाण्डेयJuly 27, 2020 at 10:50 PM

    आज की आम बीमारी का बहुत ही उपयोगी घरेलू उपचार

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  6. Prevention is better than cure..

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  7. मां की अनियमित दिनचर्या और गलत खानपान बच्चों पर बहुत बुरा असर डालती है। कुछ तो वजह है ही जिससे आजकल जन्म लेते ही बच्चों में जौंडिस और अन्य बीमारियां देखने को मिल रही हैं।

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  8. बहुत अच्छी जानकारी। ज्यादा दिन तक डायबिटीज की दवाओं के सेवन से यह शरीर के किसी न किसी हिस्से को प्रभावित करता है। किसी की आंखों पर इसका प्रभाव पड़ता है तो किसी की लिवर किडनी या किसी भी अंग को प्रभावित कर सकता है इससे बचने के लिए आयुर्वेद योग प्राणायाम ही सही उपाय है।

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