इतवार
चलो ग़मों में भी मुस्कुराते हैं
जिंदगी को थोड़ा चिढ़ाते हैं ❤❤
औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।
छुट्टी तो आती है पर कोई आराम नहीं आता।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
देखो देखो सुबह हो गई फट फट फट भाग रही।
कहीं किसी को देरी ना हो जाय इसलिए वो नाच रही।।
फिर भी कोई भूल हुई तो सुनती के काम नहीं आता।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
एक अकेली नार यहां न जाने क्या क्या काम करे।
मां बनकर बच्चों का ध्यान
बहू बनकर परिवार का ध्यान
पत्नी बनकर पति का ध्यान
भाभी बनकर रिश्तों का ध्यान
सुना है हर रिश्तों में एक विराम है आता।
क्या यह सहीसुना है ? क्युंकी कभी देखा ही नहीं।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
सोती है वो आखिर में पर जागती है वो सबसे पहले।
होती है वो पीड़ा में पर फिर भी देखो हस्ती है।।
उसकी ही इच्छाओ का क्यों तुम्हें ध्यान नहीं आता।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
देखो देखो सुबह हो गई फट फट फट भाग रही।
कहीं किसी को देरी ना हो जाय इसलिए वो नाच रही।।
फिर भी कोई भूल हुई तो सुनती के काम नहीं आता।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
एक अकेली नार यहां न जाने क्या क्या काम करे।
मां बनकर बच्चों का ध्यान
बहू बनकर परिवार का ध्यान
पत्नी बनकर पति का ध्यान
भाभी बनकर रिश्तों का ध्यान
सुना है हर रिश्तों में एक विराम है आता।
क्या यह सहीसुना है ? क्युंकी कभी देखा ही नहीं।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
सोती है वो आखिर में पर जागती है वो सबसे पहले।
होती है वो पीड़ा में पर फिर भी देखो हस्ती है।।
उसकी ही इच्छाओ का क्यों तुम्हें ध्यान नहीं आता।
क्यों औरत के हिस्से में उसका इतवार नहीं आता।।
🌼दुनिया का सबसे महँगा लिक्विड "आँसू "🌼
Happy Sunday 🌸
ReplyDeleteसच है महिलाओं को तो हमेशा पूरे परिवार का ध्यान रखना पड़ता है,संडे हो या मंडे ।
ReplyDeleteहां...और क्या...इस चक्कर में ख़ुद का ध्यान भूल जाता
DeleteNice click... Happy Sunday
ReplyDeleteBaat to sahi ha...ladies ko koi chutti nahi..
ReplyDeleteNo vacation 😔
Deleteसच है,जिम्म्मेदारियों का अहसास करतीं औरतों के हिस्से का इतवार कभी नहीं आता,बहुत बढ़िया ब्लॉग और खूबसूरत फ़ोटो ने चार चाँद लगा दिया
ReplyDeleteथैंक यू 😊
DeleteLooking so beautiful ,sahi kha tumne hamara sunday pta nhi kab aayega
ReplyDeleteThank you...aise hi chalega...
DeleteNice but true
ReplyDeleteSunday ko to kam aur badh jata h😅😅
ReplyDeleteHaan...hafte bhar ka pending kaam niptta Sunday ko..
Deletenice poem
ReplyDeleteHumare mohalle me to mahilaye gutkha kha k khub chugli krti ha baithe baithe din bhar...
ReplyDelete😆😆😆
DeleteTrue and nice
ReplyDeleteNice poem# beautiful pic
ReplyDeleteNice..
ReplyDelete